%
% 211.s isongs output
\stitle{apanii kaho kuchh merii suno, kyaa dil kaa lagaanaa bhuul gae}%
\film{Parchhain}%
\year{1952}%
\starring{V Shantaram, Jayasree, Sandhya}%
\singer{Lata, Talat}%
\music{C Ramchandra}%
\lyrics{Noor Lucknowi}%
%
% Contributor: Vandana Venkatesan
% Transliterator: Rajiv Shridhar
% Date: 10/26/1996
%
%
ल: अपनी कहो कुछ मेरी सुनो
क्या दिल का लगाना भूल गए, क्या भूल गए
त: रोने की आदत ऐसी पड़ी
हँसने का तराना भूल गए, हाँ भूल गए
ल: काली रातें बीत गईं
फिर चाँदनी रातें आई हैं -२
त: दिल में नहीं उजियाला मेरे
ग़म की घटाएं छाई हैं -२
ल: प्रीत के वादे याद करो
क्या प्रीत निभाना भूल गए, क्या भूल गए
त: भूला हुआ है राह मुसाफ़िर
बिछड़ा हुआ है मंज़िल से -२
ल: खोए हुए रस्ते का पता
तुम पूछ लो ख़ुद अपने दिल से -२
त: चलते चलते ऐसे थके
मंज़िल का ठिकाना भूल गए, हाँ भूल गए
ल: नज़्दीक आओ, नज़्देएक आ ...
यह मौसम नहीं फिर आने का -२
त: नज़्दीक शमा के जाने से
क्या हाल हुआ पर्वाने का -२
ल: मिटने का फ़साना याद रहा
जलने का फ़साना भूल गए, क्या भूल गए
अपनी कहो कुछ मेरी सुनो
क्या दिल का लगाना भूल गए, क्या भूल गए
%
%