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% 290.s isongs output
\stitle{beniyaaz-e-sahar ho ga_ii}%
\film{non-Film}%
\starring{non-film}%
\singer{Shobha Gurtu}%
\music{Shobha Gurtu}%
\lyrics{Ganesh Bihari 'Tarz'}%
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% Contributor: Ramesh Hariharan 
% Transliterator: Rajiv Shridhar 
% Date: 10/26/1996
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बेनियाज़-ए-सहर हो गई,
	शाम-ए-ग़म हो गई

एक नज़र क्या इधर हो गई,
	अजनबी हर नज़र हो गई

ज़िंदगी क्या है और मौत क्या,
	शब हुई और सहर हो गई

उनकी आँखों में अश्क़ आ गए,
	दास्तां मुख़्तसर हो गई

चार तिनके हि रक पाए थे,
	बिजलियों को ख़बर हो गई

चिढ़ गई किसके दामन की बात,
	ख़ुद-ब-ख़ुद आँख तर हो गई

उनकी मह्फ़िल से उठकर चले,
	रोश्नी हमसफ़र हो गई

'तर्ज़' जब से छूटा कारवां,
	ज़ीस्थ गर-ए-सफ़र हो गई
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