%
% 1162.s isongs output
\stitle{maulaa shab-e-Gam}%
\film{non-Film}%
\year{}%
\starring{}%
\singer{???}%
\music{???}%
\lyrics{Majrooh}%
%
% Contributor: Ravinder P. Singh
% Transliterator: Rajiv Shridhar
% Date: 03/30/1997
%
%
मौला शब-ए-ग़म सुबहों की मेहरम तो नहीं है
सूरज से तेरा रँग-ए-हिना कम तो नहीं है
कुछ ज़ख़्म ही खाएं चलो कुछ गुल हि खिलाएं
हर चाँद बहारों का यह मौसम तो नहीं है
चाहे अब कारगाह-ए-दहर में लगता है बहुत दिल
ऐ दोस्त कहीं यह भी तेरा ग़म तो नहीं है
चाहे वह किसी का हो लहू दामन-ए-गुल पर
सय्याद यह कल रात की शबनम तो नहीं है
इतनी भी हमें बंदिश-ए-ग़म कब थी गँवारा
पर्दे में तेरी कागुल-ए-पुर्ख़म तो नहीं है
सेहरा में बगूला भी है `मजरूह' सबा भी
हमसा कोई आवारा-ए-आलम तो नहीं है
%
%