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% 1618.s isongs output
\stitle{shaam ra.ngiin huii hai tere aa.Nchal kii tarah}%
\film{Kanoon Aur Muzrim}%
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\starring{???}%
\singer{Suresh Wadkar, Usha}%
\music{Ravindra Jain}%
\lyrics{Ravindra Jain}%
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% Contributor: Samiuddin Mohammed
% Transliterator: Rajiv Shridhar
% Credits: Mahesh Saptarshi
% Manjeet Rekhi
% Date: 06/12/1996
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सु: शाम रंगीन हुई है तेरे आँचल की तरह
सुर्मई रंग सजा है तेरे काजल की तरह
उ: पास हो तुम मेरे दिल के मेरे आँचल की तरह
मेरी आँखों में बसे हो मेरे काजल की तरह
उ: मेरी हस्ती पे कभी यूँ कोई छाया ही न था
सु: तेरे नज़्दीक मैं पहले कभी आया ही न था
उ: मैं हूँ धरती की तरह तुम किसी बादल की तरह
सु: सुर्मई रँग सजा है तेरे काजल की तरह
उ: आस्मान है मेरे अर्मानों के दर्पन जैसे
सु: दिल यूँ धड़के कि लगे बज उठे कँगन जैसे
उ: मस्त हैं आज हवाएं किसी पायल कि तरह
सु: सुर्मई रँग सजा है तेरे काजल की तरह
उ: ऐसी रँगीन मुलाक़ात का मतलब क्या है
सु: इन छलकते हुए जज़्बात का मतलब क्या है
उ: आज हर दर्द भुला दो किसी पागल की तरह
सुर्मई रँग सजा है तेरे काजल की तरह
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