%
% 2342.s isongs output
\stitle{hame.n to shaam-e-Gam me.n kaaTanii hai zi.ndagii apanii}%
\film{Jugnu}%
\year{1947}%
\starring{Noorjehan, Dilip Kumar}%
\singer{Noorjehan}%
\music{Firoz Nizami}%
\lyrics{M G Adeeb or Asghar Sarhadi}%
%
% Contributor: Pavan Kumar Desikan (pkd@duke.cs.duke.edu)
% Transliterator:
% Date: 1 Aug 1996
% Credits: Neha Desai
% Producer: Shaukat Art Productions
%
%
हमें तो शाम-ए-ग़म में काटनी है ज़िंदगी अपनी -२
जहाँ वो है वहीं ऐ चाँद ले जा चाँदनी अपनी -२
अगर कुछ थी तो बस ये थी तमन्ना आख़िरी अपनी-२
कि तुम साहिल पे होते, और कश्ती डूबती अपनी-२
तक़ाज़ा है यही दिल का, वहीं चलिये, वहीं चलिये-२
वो महफ़िल, हाए जिस महफ़िल में दुनिया लुट गई अपनी-२
हमें तो शाम-ए-ग़म में काटनी है ज़िन्दगी अपनी
ख़ुदा के पास से ज़ालिम, घड़ी भर के लिये आ जा
घड़ी भर के लिये आजा
बुझा है तेरे दामन पे शमा-ए-ज़िंदगी अपनी-२
हमें तो शाम-ए-ग़म में काटनी है ज़िंदगी अपनी
हमें तो ...
%
%