ACZoom Home E-mail ITRANS ITRANS Song Book

%
% 2860.s isongs output
\stitle{ho.nTho.n se gul_fishaa.N hai.n vo aa.Nkho.n se ashq_baar ham}%
\film{non-Film}%
\year{}%
\starring{}%
\singer{Talat}%
\music{}%
\lyrics{Faiyyaz Hashmi}%
%
% Contributor: K Vijay Kumar
% Transliterator: 
% Credits:
% Comments:
%


%

होंठों से गुल्फ़िशाँ हैं वो आँखों से अश्क़्बार हम
सावन से वो हैं बेखबर बेगाना-ए-बहार हम

अर्श की ये बुलन्दियाँ फ़र्श की बस्तियों से है
उन क गुरूर देख कर बन गये खाक़्सार हम
होंठों से गुल्फ़िशाँ हैं वो ...

परवाना जा के जब गिरा शोला तो काँप काँप उठा
उस पे न कुछ असर हुआ जिस पे हुए निसार हम
होंठों से गुल्फ़िशाँ हैं वो ...

पी है किसी की बज़्म में इतनी कि फिर न उठ सके
होश-ओ-हवास कुछ नहीं कितने हैं होशियार हम
होंठों से गुल्फ़िशाँ हैं वो ...

%

%