% BA06.s isongs output
\stitle{ulaTii ho gaii.n sab tadabiire.n, kuchh na davaa ne kaam kiyaa}
\lyrics{Mir Taqi Mir}
\singers{Begum Akhtar}
उलटी हो गैइं सब तदबीरें, कुछ न दवा ने काम किया
देखा इस बीमारी-ए-दिल ने आख़िर काम तमाम किया
%[tadabiren = plans]
अह्द-ए-जवानी रो रो काटा, पीरी में ली आँखें मूँद
यानी रात बहुत से जागे, सुबह हुई आराम किया
%[ahd = days; piirii = old age]
याँ के सफ़ेद-ओ-सियाह में हम को दख़ल जो है सो इतना है
रात को रो रो सुबह किया और सुबह को ज्यों त्यों शाम किया
%[daKal = interference; jyo.n-tyo.n = in some way or other]
'ंइर' के दीन-ओ-मज़्हब को अब पूछते क्या हो, उन ने तो
क़श्क़ा खेंचा, दैइर में बैठा कब का तर्क इस्लाम किया