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% BA07.s isongs output
\stitle{vo jo ham me.n tum me.n qaraar thaa tumhe.n yaad ho ke na yaad ho}
\lyrics{Momin Khan Momin}
\singers{Begum Akhtar}



वो जो हम में तुम में क़रार था तुम्हें याद हो के न याद हो
वही वादा यानि निबाह का, तुम्हें याद हो के न याद हो

वो नए गिले वो शिकायतें, वो मज़े मज़े की हिकायतें
वो हर एक बात पे रूठना तुम्हें याद हो के न याद हो.

कभी हम में तुम में भी चाह थि, कभी हम में तुम में भी राह थी
कभी हम भी तुम भी थे आश्न, तुम्हें याद हो के न याद हो

जिसे आप गिनते थे आश्ना, जिसे आप कहते थे बा-वफ़ा
मैं वही हूँ ंओमिन-ए-मुब्तला, तुम्हें याद हो के न याद हो