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\stitle{kuchh to duniyaa kii inaayaat ne dil to.D diyaa}
\lyrics{Sudarshan Faakir}
\singers{Begum Akhtar}



कुछ तो दुनिया कि इनायात ने दिल तोड़ दिया
और कुछ तल्ख़ी-ए-हालात ने दिल तोड़ दिया

हम तो समझे थे के बरसात में बरसेगी शराब
आई बरसात तो बरसात ने दिल तोड़ दिया

दिल तो रोता रहे, ओर आँख से आँसू न बहे
इश्क़ की ऐसी रवायात ने दिल तोड़ दिया

वो मेरे हैं, मुझे मिल जाएंगे, आजाएंगे
ऐसे बेकार ख़यालात ने दिल तोड़ दिया

आप को प्यार है मुझसे के नहीं है मुझसे
जाने क्यों ऐसे सवालात ने दिल तोड़ दिया