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% BA15.s isongs output
\stitle{mere nasiib ne jab mujh se intaqaam liyaa}
\lyrics{Shaz Tamkanat}
\singers{Begum Akhtar}



मेरे नसीब ने जब मुझ से इन्तक़ाम लिया
कहाँ कहाँ तेरी यादों ने हाथ थाम लिया

फ़ज़ा की आँख भर आई, हवा का रंग उड़ा
सकूत-ए-शाम ने चुपके से तेरा नाम लिया

%[sakuut = silence]

वो मैं नहीं था एक हर्फ़ भी न कह पया
वो बेबसी थी के जिस ने तेरा सलाम लिया

हर एक ख़ुशी ने तेरे ग़म की आब्रू रख ली
हर एक ख़ुशी से तेरे ग़म ने इन्तक़ाम लिया