% BA24.s isongs output
\stitle{kis se puuchhe.n ham ne kahaa.N vo cheharaa-e-roshan dekhaa hai}
\lyrics{Taskeen Qureshi}
\singers{Begum Akhtar}
किस से पूछें हम ने कहाँ वो चेहरा-ए-रोशन देखा है
महफ़िल महफ़िल ढूँढ चुके हैं गुलशन गुलशन देखा है
किस को देखें किस को न देखें, फूल भी हैं कलियाँ भी मगर
जिस से लगाई आँख उसी को दिल का दुश्मन देखा है
रंग-ए-बहार-ए-सुबह-ए-गुलिस्तां क्या देखे वो दीवाना
जिस की नज़र ने एक ही गुल में सारा गुलशन देखा है
अह्ल-ए-वफ़ा की ख़ून की छींटें दूर तक उड़ कर जाती हैं
मेरा तड़पना देखनेवाले अपना भी दामन देखा है
आज उंहें जो चाहे समझ लो वर्ना यही 'तस्कीं' हैं जिंहें
कल तक हम ने कू-ए-बुताँ में ख़ाक्बदामन देखा है