% BA36.s isongs output
\stitle{dil aur vo bhii TuuTaa huaa dil}
\lyrics{Taskeen Qureshi}
\singers{Begum Akhtar}
दिल और वो भी टूटा हुआ दिल
अब ज़िंदगी है जीने के क़ाबिल
क्या ज़िंदगी का एहसास-ए-शामिल
तेरे बग़ैर एक ग़ारत-गरी दिल
होता है जितना ख़ून-ए-तमन्ना
बड़ती है उतनी रंगीनी-ए-दिल
जोश-ए-जुनूँ में यक सा है दोनो
क्या गर्द-ए-सेह्रा, क्या ख़ाक-ए-मंज़िल
तक़्दीर-ए-इन्साँ और ये ज़माना
एक मर्ग़-ए-आसाँ और वो भी मुश्क़िल
लब पर तबस्सुम, आँखों में आँसू
हम लिख रहें हैं अफ़्साना-ए-दिल
'तस्केएन' से अक्सर हम भी मिले हैं
कुछ भी हो लेकिन है साहिब-ए-दिल