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% FK06.s isongs output
\stitle{dono.n jahaa.N terii mohabbat me.n haar ke}
\lyrics{Faiz Ahmed Faiz}
\singers{Farida Khanum}



दोनों जहाँ तेरी मोहब्बत में हार के
कोई जा रहा है शब-ए-ग़म गुज़र के

वीराँ है मैकदा ख़ुम-ओ-साग़र उदास है
तुम क्या गए कि रूठ गए दिन बहार के

दुनिया ने तेरी याद से बेगाना कर दिया
तुझसे भी दिल फ़रेब है ग़म रोज़गार के

भूले से मुस्कुरा तो दिये थे वो आज फ़ैज़
मत पूछ वल-वाल-ए-दिल-ए-नाकर्दाकार के