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% GA01.s isongs output
\stitle{ham ko kisake Gam ne maaraa ye kahaanii phir sahii}
\lyrics{Masroor Anwar}
\singers{Ghulam Ali}



Qatah: 
"दिल की चोटों ने कभी चैन से रहने न दिया
जब चली सर्द हवा मैंए तुझे याद किया
इस का रोना नहीं क्यों तुम ने किया दिल बर्बाद
इस का ग़म है कि बहोत देर में बर्बाद किया"

Gazal: 
हम को किसके ग़म ने मारा ये कहानी फिर सही
किसने तोड़ा दिल हमारा ये कहानी फिर सही

दिल के लुटने का सबब पूछो न सब के सामने
नाम आएगा तुम्हारा ये कहानी फिर सही

नफ़रतों के तीर खा कर दोस्तों के शहर में
हम ने किस किस को पुकारा ये कहानी फिर सही

क्या बताएं प्यार की बाज़ी वफ़ा की राह में
कौन जीता कौन हारा ये कहानी फिर सही