% HWM07.s isongs output
\stitle{raah-e-talab me.n kaun kisii kaa apane bhii begaane hai.n}
\lyrics{Israr Narvi}
\singers{Habib Wali Mohammed}
राह-ए-तलब में कौन किसी का अपने भी बेगाने हैं
चाँद से मुखड़े रश्क-ए-ग़िज़ाला सब जाने पहचाने हैं
तनहाई थी तनहाई हैकैसे कहें कैसे समझाएं
चश्म-ओ-लब-ओ-रुख़्सार की तह में रूहों के वीराने हैं
उफ़्फ़ ये तलाश-ए-हुस्न-ओ-हक़ीक़त किस जा ठहरे जाए कहाँ
सहन-ए-चमन में फूल खिले हैं सहरा में दीवाने हैं
दिल आख़िर थक हार के यारों हम ने भी तस्लीम किया
अपनी ज़ात से इश्क़ है सच्चा बाक़ी सब अफ़साने हैं