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% HWM08.s isongs output
\stitle{lagataa nahii.n hai jii meraa uja.De dayaar me.n}
\lyrics{Bahadur Shah Zafar}
\singers{Habib Wali Mohammed}



लगता नहीं है जी मेरा उजड़े दयार में
किसकी बनी है आलम-ए-नापाएदार में

हमको है बाग़बाँ से न सय्याद से गिला
क़िस्मत में क़ैद थी लिखी फ़स्ल-ए-बहार में

कह दो इन हसरतों से कहीं और जा बसें
इतनी जगह कहाँ है दिल-ए-दाग़दार में

उम्र-ए-दराज़ मांग कर लाए थे चार दिन
दो आरज़ू में कट गए दो इन्तज़ार में

कितना है बदनसीब ज़फ़र दफ़्न के लिये
दो गज़ ज़मीन भी मिल न सकी कू-ए-यार में