% HWM16.s isongs output
\stitle{jaa kahiyo unase nasiim-e-sahar meraa chain gayaa merii nii.nd gaii}
\lyrics{Bahadur Shah Zafar}
\singers{Habib Wali Mohammed}
जा कहियो उनसे नसीम-ए-सहर मेरा चैन गया मेरी नींद गैइ
तुम्हें मेरी न मुझको तुम्हारी ख़बर मेरा चैन गया मेरी नींद गैइ
ऐ बादशाह-ए-ख़ुबान-ए-जहाँ तेरी मोहनी सूरत पे क़ुर्बाँ
की मैं ने जो तेरी जबीं पे नज़र मेरा चैन गया मेरी नींद गैइ
हुई बाद-ए-बहारी चमन में अयाँ गुल-बूटे में बाक़ी रही न फ़िज़ा
मेरी शाख़-ए-उम्मीद न आई सँवर मेरा चैन गया मेरी नींद गैइ
ऐ बर्क़-ए-तजल्लि बहर-ए-ख़ुदा न जला मुझे इश्क़ में शम्मा सा
मेरी ज़ीस्त मिस्ले-चिराग़-ए-सहर मेरा चैन गया मेरी नींद गैइ
कहता यही रो रो के "ज़फ़र" मेरी आह-ए-रसा का हुआ न असर
तेरी हिज्र में मौत न आई अभी मेरा चैन गया मेरी नींद गैइ