% aleem01.s isongs output
\stitle{tere pyaar me.n rusavaa hokar jaae kahaa.N diivaane log}
\lyrics{Obaidullah Aleem}
\singers{Obaidullah Aleem}
तेरे प्यार में रुसवा होकर जाए कहाँ दीवाने लोग
जाने क्या क्या पूछ रहें हैं ये जाने पहचाने लोग
जैसे तुम्हें हमने चाहा था कौन भला यूँ चाहेगा
माना और बहुत आएंगे तुम से प्यार जताने लोग
कैसे दुखों के मौसम आए कैसी आग लगी यारो
अब सहराओं से लाते हैं फूलों के नज़राने लोग
कल मातम बेक़ीमत होगा आज इनकी तौक़ीर करो
देखो ख़ून-ए-जिगर से क्या क्या लिखते हैं अफ़साने लोग
%[tauqiir = respect]
जानते हैं ये इश्क़ मुसलसल रोग है आह-ओ-ज़ारी का
फिर भी उसके कूचे में जाते हैं उम्र गवाने लोग