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% amjad04.s isongs output
\stitle{bhii.D me.n ik ajanabii kaa saamanaa achchhaa lagaa}
\lyrics{Amjad Islam Amjad}
\singers{Amjad Islam Amjad}



भीड़ में इक अजनबी का सामना अच्छा लगा
सब से चुप कर वो किसी का देखना अच्छा लगा

सुरमैइ आँखों के नीचे फूल से खिलने लगे
कहते कहते कुछ किसी का सोचना अच्छा लगा

बात तो कुच भी नहीं थी लेकिन उसका एक दम
हाथ को होंठों पे रख कर रोकना अच्छा लगा

चाय में चीनी मिलाना उस घड़ी भाया बहुत
ज़ेर-ए लब वो मुस्कुराता शुक्रिया अच्छा लगा

दिल में कितने अहद बाँधे थे भुलाने के उसे
वो मिला तो सब इरादे तोड़ना अच्छा लगा

बेइरादा लम्स की वो सनसनी प्यारी लगी
कम तवज्जो आँख का वो देखना अच्छा लगा

नीम शब की ख़ामुशी में भीगती सड़कों पे कल
तेरी यादों के जालो में घूमना अच्छा लगा

उस उदू-ए-जाँ को "आम्जद" मैं बुरा कैसे कहूँ
जब भी आया सामने वो बेवफ़ा अच्छा लगा