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% anjum03.s isongs output
\stitle{Gam-e-hayaat kaa jaga.Daa miTaa rahaa hai ko_ii}
\singers{Sardar Anjum #3}



ग़म-ए-हयात का जगड़ा मिटा रहा है कोई
चले भी आओ के दुनिया से जा रहा है कोई

%[Gam-e-hayaat = sorrows of life]

कहो अजल से ज़रा दो घड़ी ठहर जाये
सुना है आने का वादा निभा रहा है कोई

%[ajal = death]

वो आज लिपटे हैं किस नाज़ुकी से लशे को
के जैसे रूठों हुओं को मना रहा है कोई

%[naazukii = tenderness; lashe = dead body]

कहीं पलट के न आ जाये साँस नब्ज़ों में
हसीन हाथों से मय्यत सजा रहा है कोई

%[nabz = pulse; mayyat = corpse]