% bashir09.s isongs output
\stitle{patthar ke jigar vaalo.n Gam me.n vo ravaanii hai}
\lyrics{Bashir Badr}
\singers{Bashir Badr}
पत्थर के जिगर वालों ग़म में वो रवानी है
ख़ुद राह बना लेगा बहता हुआ पानी है
फूलों में ग़ज़ल रखना ये रात की रानी है
इस में तेरी ज़ुल्फ़ों की बे-रब्त कहानी है
एक ज़हन परेन्शाँ में वो फूल सा चेहरा है
पत्थर की हिफ़ाज़त में शीशे की जवानी है
क्यों चाँदनी रातों में दरिया पे नहाते हो
सोए हुए पानी में क्या आग लगानी है
इस हौसला-ए-दिल पर हम ने भी कफ़न पहना
हँस कर कोई पूछेगा क्या जान गँवानी है
रोने का असर दिल पर रह रह के बदलता है
आँसू कभी शीशा है आँसू कभी पानी है
ये शबनमी लहजा है आहिस्ता ग़ज़ल पड़ना
तितली की कहानी है फूलों की ज़बानी है