% behzad01.s isongs output
\stitle{diiwaanaa banaanaa hai to diiwaanaa banaa de}
\singers{Behzad Lucknawi - diiwaanaa banaanaa hai to diiwaanaa banaa de}
दीवाना बनाना है तो दीवाना बना दे
वर्ना कहीं तक़्दीर तमाशा न बना दे
अये देखनेवालों मुझे हँस हँस के न देखो
तुम को भी मोहब्बत कहीं मुझ सा न बना दे
मैं ढूँढ रहा हूँ मेरी वो शम्मा कहाँ है
जो बज़्म की हर चीज़ को पर्वाना बना दे
आखिर कोई सूरत भी तो हो ख़ाना-ए-दिल की
ख़ाबा नहीं बनता है तो बुत्ख़ाना बना दे
"बेह्ज़द" हर एक जाम पे एक सज्दा-ए-मस्ती
हर ज़र्रे को सन्ग-ए-दर-ए-जानाँ ना बना दे