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\stitle{jab se ham tabaah ho gaye}
\singers{Bekal Utsahi}



जब से हम तबाह हो गये
तुम जहाँपनाह हो गये

हुस्न पर निखार आ गया
आईने सियाह हो गये

आँधियों को कुछ पता नहीं
हम भी गर्द-ए-राह हो गये

दुश्मनों को चिट्ठियाँ लिखो
दोस्त ख़ैर-ख़्वाह हो गये