% daag02.s isongs output
\stitle{ranj kii jab guftaguu hone lagii}
\lyrics{DaaG Dehlvi}
\singers{DaaG Dehlvi}
रन्ज की जब गुफ़्तगू होने लगी
आप से तुम तुम से तू होने लगी
चाहिये पैग़ामबर दोनो तरफ़
लुत्फ़ क्या जब दू-ब-दू होने लगी
%[paiGaamabar = messenger; duu-ba-duu = ruu-ba-ruu]
मेरी रुसवाई की नौबत आ गैइ
उनकी शोहरत क़ू-ब-क़ू होने लगी
%[rusawaaii = badanaamii; quu-ba-quu = galii-galii]
नाज़िर बड़ गैइ है इस क़दर
आरज़ू की आरज़ू होने लगी
%[naazir = seeing observant]
अब तो मिल कर देखिये क्या रंग हो
फिर हमारी जुस्तजू होने लगी
'डाग़' इतराए हुए फिरते हैं आप
शायद उनकी आबरू होने लगी