ACZoom Home E-mail ITRANS ITRANS Song Book

% daag15.s isongs output
\stitle{unake ek jaa.N-nisaar ham bhii hai.n}
\singers{Daag Dehlvi}



उनके एक जाँ-निसार हम भी हैं
हैं जहाँ सौ-हज़ार हम भी हैं

तुम भी बेचैन हम भी हैं बेचैन
तुम भी हो बेक़रार हम भी हैं

ऐ फ़लक़ कह तो क्या इरादा है
ऐश के ख़्वास्तगार हम भी हैं

शहर खाली किये दुकाँ कैसी
एक ही वादा-ख़्वार हम भी हैं

शर्म समझे तेरे टग़ाफ़ुल को
वाह! क्या होशियार हम भी हैं

तुम अगर अपनी ख़ू के हो माशूक़
अपने मतलब के यार हम भी हैं

जिस ने चाहा फँसा लिया हमको
दिल-बरों के शिकार हम भी हैं

कौन सा दिल है जिस में दाग़ नहीं
इश्क़ की यादगार हम भी हैं