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% daag16.s isongs output
\stitle{Gazab kiyaa, tere vaade pe aitabaar kiyaa}
\singers{Daag Dehlvi #16}



ग़ज़ब किया, तेरे वादे पे ऐतबार किया
तमाम रात क़यामत का इंतेज़ार किया

%[tamaam = whole]

हँसा हँसा के शब-ए-वस्ल अश्क-बार किया
तसल्लियाँ मुझे दे-दे के बेक़रार किया

हम ऐसे मह्व-ए-नज़ारा न थे जो होश आता
मगर तुम्हारे तग़ाफ़ुल ने होशियार किया

फ़सान-ए-शब-ए-ग़म उन को एक कहानी थ्ही
कुछ ऐतबार किया और कुछ ना-ऐतबार किया

ये किसने जल्वा हमारे सर-ए-मज़ार किया
कि दिल से शोर उठा, हाए! बेक़रार किया