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% daag26.s isongs output
\stitle{Gam se kahii.n najaat mile chain paa_e.n ham}
\singers{Daag Dehlvi #26}



ग़म से कहीं नजात मिले चैन पाएं हम
दिल ख़ून में नहाए तो गंगा नहाएं हम

%[najaat = freedom (from)]

जन्नत में जाएं हम कि जहन्नुम में जाएं हम
मिल जाए तू कहीं न कहीं  तुझ को पाएं हम

मुम्किन है ये कि वादे पे अपने वो आ भी जाए
मुश्किल ये है कि आप में उस वक़्त आएं हम

नराज़ हो ख़ुदा तो करें बंदगी से ख़ुश
माशूक़ रूठ जाए तो क्यों कर मनाएं हम

सर दोस्तों के काट कर रक्खे हैं सामने
ग़ैरों से पूछते हैं क़सम किस की खाएं हम

सौंपा तुम्हें ख़ुदा को चले हम तो नामुराद
कुछ पढ़ के बख़्शना जो कभी याद आएं हम

ये जान तुम न लोगे अगर आप जायेगी
इस बेवफ़ा की ख़ैर कहाँ तक मनाएं हम

हम-साये जागते रहे नालों से रात भर
सोये हुये नसीब को क्यों कर जगाएं हम

तू भूलने की चीज़ नहीं ख़ूब याद रख
ऐ "डाग" किस तरह तुझे दिल से भुलाएं हम