% deobandi03.s isongs output
\stitle{saaqiyaa teraa isaraar apanii jagah}
\singers{Nawaz Deobandi #3}
साक़िया तेरा इसरार अपनी जगह
तेरे मैकश का इंकार अपनी जगह
तेग़ अपनी जगह दार अपनी जगह
और हक़ीक़त का इज़हार अपनी जगह
अब खंडहर है ख़ंडर ही कहो दोस्तो
शीश महलों के आसार अपनी जगह
तूर पर लाख मूसा से हो गुफ़्तागू
अर्श-ए-आज़म पे दीदार अपनी जगह
अव्वलन हक़ ने तख़्लीक़ जिस को किया
सब के बाद उस का इज़हार अपनी जगह
मुख़्तसर ये बता सर बा-कफ़ कौन था
जीत अपनी जगह हार अपनी जगह
भाई से भाई के कुछ तक़ाज़े भी हैं
सहन की बीच की दीवार अपनी जगह