ACZoom Home E-mail ITRANS ITRANS Song Book

% faiz32.s isongs output
\stitle{Nauhaa  mujhako shikavaa hai mere bhaa_ii ki tum jaate huye}
\singers{Faiz Ahmed Faiz}



मुझको शिकवा है मेरे भाई कि तुम जाते हुये
ले गये साथ मेरी उम्र-ए-गुज़शता की किताब

%[shikavaa = complaint; umr-e-guzashataa = past life]

इस में तो मेरी बहुत क़ीमती तस्वीरें थीं
इस में बचपन था मेरा, और मेरा अहद-ए-शबाब

%[qiimatii = precious; ahad-e-shabaab = promising/hopeful youth]

इस के बदले मुझे तुम दे गये जाते जाते
अपने ग़म का यह दमकता हुआ ख़ूँ-रंग गुलाब

%[Kuu.N-ra.ng = blood-coloured (blood-red)]

क्या करूँ भाई, ये एज़ाज़ मैं क्यूँ कर पहनूँ
मुझसे ले लो मेरी सब चाक क़मीज़ों का हिसाब

%[ezaaz = a symbol of great honour; chaak = torn (in grief); qamiiz = shirt]

आख़री बार है लो मान लो इक ये भी सवाल
आज तक तुम से मैं लौटा नहीं मायूस-ए-जवाब

%[mayuus-e-javaab = without a reply]

आके ले जाओ तुम अपना यह दमकता हुआ फूल
मुझको लौटा दो मेरी उम्र-ए-गुज़शता की किताब