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% faiz50.s isongs output
\stitle{go sab ko baa-ham saaGar-o-baadaa to nahii.n thaa}
\singers{Faiz Ahmed Faiz #50}
% Contributed by Fayaz Razvi
गो सब को बा-हम साग़र-ओ-बादा तो नहीं था
ये शहर उदास इतना ज़ियादा तो नहीं था
वाइज़ से रह-ओ-रस्म रही रिंद से सोहबत
फ़र्क़ इन में कोई इतना ज़ियादा तो नहीं था
थक कर यूँ ही पल भर के लिये आँख लगी थी
सो कर ही न उट्ठें ये इरादा तो नहीं था