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% firaq06.s isongs output
\stitle{mujhako maaraa hai har ek dard-o-davaa se pahale}
\lyrics{Firaq Gorakhpuri}
\singers{Firaq Gorakhpuri}



मुझको मारा है हर एक दर्द-ओ-दवा से पहले
दी सज़ा इश्क़ ने हर जुर्म-ओ-ख़ता से पहले

आतिश-ए-इश्क़ भड़कती है हवा से पहले
होँठ जलते हैं मुहब्बत में दुआ से पहले

अब कमी क्या है तेरे बे-सर-ओ-सामानों को
कुछ न था तेरी क़सम, तर्क-ओ-फ़ना से पहले

इश्क़-ए-बेबाक को दावे थे बहुत ख़लवत में
खो दिया सारा भरम शर्म-ओ-हया से पहले

मौत के नाम से डरते थे हम, ऐ शौक़-ए-हयात
तूने तो मार ही डाला था क़ज़ा से पहले

हम उंहें पाके "फ़िरक़" और भी कुछ खोये गये
ये तकल्लुफ़ तो न थे अहद-ए-वफ़ा से पहले