% ghalib07.s isongs output
\stitle{daayam pa.Daa huaa tere dar par nahii.n huu.N mai.n}
\lyrics{Mirza Ghalib}
\singers{Mirza Ghalib}
दायम पड़ा हुआ तेरे दर पर नहीं हूँ मैं
ख़ाक ऐसी ज़िंदगी पे के पथ्थर नहीं हूँ मैं
%[daayam = forever]
क्यूँ गर्दिश-ए-मुदाम से घबरा न जाये दिल
इन्सान हूँ, प्याला-ओ-साग़र नहीं हूँ मैं
%[gardish = bad time/luck; mudaam = always]
यारब! ज़माना मुझ को मिटाता है किस लिये
लौह-ए-जहाँ पे हर्फ़-ए-मुकर्रर नहीं हूँ मैं
%[harf = alphabet; mukarrar = again]
हद चाहिये सज़ा में उक़ूबत के वास्ते
आख़िर गुनाहगार हूँ, काफ़िर नहीं हूँ मैं
%[uqoobat = pain]
किस वास्ते अज़ीज़ नहीं जानते मुझे
लाल-ओ-ज़ुमरूद-ओ-ज़र-ओ-गौहर नहीं हूँ मैं
%[laal = ruby; zumuruud = emerald; zar = gold; gauhar = pearl]
रखते हो तुम क़दम मेरी आँखों से क्यूं दरेग़
रुतबे में मह्र-ओ-माह से कमतर नहीं हूँ मैं
%[dareG = concealed, mahr = sun, maah = moon]
करते हो मुझको मना-ए-क़दम्बोस किस लिये
क्या आस्माँ के भी बराबर नहीं हूँ मैं
%[bosa = kiss]
'ग़्हलिब' वज़िफ़ाख़्वार हो, दो शाह को दुआ
वो दिन गये कि कहते थे "नौकर नहीं हूँ मैं"
%[wazifaa_Kwaar = pensioner]