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% ghalib09.s isongs output
\stitle{dard  minnat_kashe-davaa na huaa}
\lyrics{Mirza Ghalib}
\singers{Mirza Ghalib}



दर्द  मिन्नत्कशे-दवा न हुआ
मैं न अच्चा हुआ, बुरा न हुआ

%[minnat_kashe-davaa = obliged to medicine]

जमा करते हो क्यों रक़ीबों को
इक तमाशा हुआ गिला न हुआ

हम कहाँ क़िस्मत आज़माने जाएं
तू ही जब ख़ंजर आज़मा  न हुआ

कितने शीरीं हैं तेरे लब के रक़ीब
गालियाँ खाके बेमज़ा न हुआ

%[shiirii.n = sweet]

है ख़बर गर्म उनके आने की
आज ही घर में बोरिया न हुआ

%[boriya = mat]

क्या वो नमरूद की ख़ुदाई थी
बंदगी में मेरा भला न हुआ

%[namarud = Nimrod = a king who used to say that he was God]

जान दी, दी  हुई उसी  की थी
हक़ तो यूँ है के हक़ अदा न हुआ

ज़ख़्म गर दब गया लहू न थमा
काम  गर  रुक  गय  रवा न हुआ

%[ravaa = lawful]

रहज़नी है  कि दिल्सितानेए है
लेके दिल, दिल्सिताँ रवा न हुआ

%[dil_sitaa.N = stealer of one's heart]

कुच्च तो पढ़िये कि लोग कहते हैं
आज  'ग़्हलिब'  ग़ज़ल्सरा न हुआ