% ghalib11.s isongs output
\stitle{dhotaa huu.N jab mai.n piine ko us siimatan ke paa.Nv}
\lyrics{Mirza Ghalib}
\singers{Mirza Ghalib}
धोता हूँ जब मैं पीने को उस सीमतन के पाँव
रखाता है ज़िद से खेंच कर बाहर लगन के पाँव
%[siimatan = silver-bodied (fair skinned), lagan = basin]
दी सादगी से जान पड़ूँ कोहकन के पाँव
है हात क्यों न टूट गए पीरज़न के पाँव
%[kohakan = a mountain digger (a reference to farhad); hai haat = alas;]
%[piirazan = old woman (a reference to the old woman
व्हो गवे फ़र्हद थे फ़ल्से नेव्स ओफ़ षिरिन'स देअथ)]
भागे थे हम बहुत सो उसी की सज़ा है ये
होकर असीर दाबते हैं राहज़न के पाँव
%[asiir = prisoner; raahazan = robber]
मरहम की जुस्तजू में फिरा हूँ जो दूर-दूर
तन से सिवा फ़िग़ार हैं इस ख़स्ता तन के पाँव
अल्लाह रे ज़ौक़-ए-दश्तन्वर्दी के बअदे-मर्ग
हिलते हैं ख़ुद-ब-ख़ुद मेरे अंदर कफ़न के पाँव
%[dashtan_vardii = to roam around in wilderness; marg = death]
है जोश-ए-गुल बहार में याँ तक कि हर तरफ़
उड़ते हुए उलझते हैं मुर्ग़-ए-चमन के पाँव
%[murG-e-chaman = birds of the garden]
शब को किसी के ख़्वाब में आया न हो कहीं
दुखते हैं आज उस बुत-ए-नाज़ुक्बदन के पाँव
'ग़्हलिब' मेरे कलाम में क्यों कर मज़ा न हो
पीता हूँ ख़ुस्रो-ए-शीरीं_सुख़न के पाँव
%[Kusro-e-shiirii.n_suKan = sweet spoken king ( here referring to bahadur Shah zafar)]