% ghalib22.s isongs output
\stitle{hairaa.N huu.N dil ko rouu.N ki piituu.N jigar ko mai.n}
\lyrics{Mirza Ghalib}
\singers{Mirza Ghalib}
हैराँ हूँ दिल को रोऊँ कि पीतूँ जिगर को मैं
मक़दूर हूँ तो साथ रखूँ नौहागर को मैं
%[maqduur = capable; nauhaagar = mourner]
छोड़ा न रश्क ने कि तेरे घर का नाम लूँ
हर एक से पूछता हूँ कि जाऊँ किधर को मैं
%[rashk = jealousy]
जान पड़ा रक़ीब के दर पर हज़ार बार
ऐ काश जानता न तेरी रहगुज़र को मैं
%[raqiib = opponent; rahaguzar = path]
है क्या जो कस के बाँधिये मेरी बला डरे
क्या जानता नहीण हूँ तुम्हारी कमर को मैं
लो वो भी कहते हैं कि ये बेनन्ग-ओ-नाम है
ये जानता अगर तो लुटाता न घर को मैं
चलता हूँ थोड़ी दूर हर इक तेज़ रौ के साथ
पहचानता नहीं हूँ अभी राहबर को मैं
%[rau = currents; raahabar = guide ]
ख़्वाहिश को अहमक़ों ने परस्तिश दिया क़रार
क्या पूजता हूँ उस बुत-ए-बेदादगार को मैं
%[ahamaq = fool/idiot; parastish = worship, but = idol/lover; bedaadgar = cruel ]
फिर बेख़ुदी में भूल गया राह-ए-कू-ए-यार
जाता वगर्ना एक दिन अपनी ख़बर को मैं
%[beKudii = rapture; kuu-e-yaar = lover's street]
अपने पे कर रहा हूँ क़ियास अहल-ए-दहर का
समझा हूँ दिल पज़ीर मता-ए-हुनर को मैं
%[qiyaas = supposition; ahal = people; dahar = era]
%[paziir = receiving; mataa = wealth; hunar = skill]
"ग़्हलिब" ख़ुदा करे कि सवार-ए-समंद-ए-नाज़
देखूँ अली बहादुर-ए-आलीगुहर को मैं
%[savaar = rider; sama.nd = horse; aaliiguhar = belonging to a high caste or a rich family]