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% ghalib26.s isongs output
\stitle{husn-e-maah garche baa_ha.ngaam-e-kamaal achchhaa hai}
\lyrics{Mirza Ghalib}
\singers{Mirza Ghalib}



हुस्न-ए-माह गर्चे बाहंगाम-ए-कमाल अच्छा है
उस से मेरा माह-ए-ख़ुर्शीद-ए-जमाल अच्छा है

%[maah = muun; Kurshiid = sun; jamaal = beauty]

बोसा देते नहीं और दिल पे है हर लहजा निगाह
जी में कहते हैं मुफ़्त आए तो माल अच्छा है

%[bosaa = kiss]

और बाज़ार से ले आएं अगर टूट गया
साग़र-ए-जम से मेरा जाम-ए-सिफ़ाल अच्चा है

%[saaGar-e-jam = Jamshed's cup, jaam-e-sifaal = clay cup]

बेतलब दें तो मज़ा उसमें सिवा मिअल्ता है
वो गदा जिसको न हो ख़ू-ए-सवाल अच्छा है

%[betalab = without asking; gadaa = beggar; Kuu = habit]

उनके देखे से जो आ जाती है मूँह पर रौनक़
वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है

देखिये पाते हैं उश्शाक़ बुतों से क्या फ़ैज़
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है

%[ushshaaq = lovers; faiz = blessing]

हम्सुख़न तेशे ने फ़रहाद को शीरीं से किया
जिस तरह का भी किसी में हो कमाल अच्छा है

%[tesha = axe ]

क़तरा दरिया में जो मिल जाए तो दरिया हो जाए
काम अच्चा है वो जिसका म'आल अच्छा है

%[ma'aal = result]

ख़िज्र सुलतान  को रखे ख़ालिक़-ए-अक्बर सर्सब्ज़
शाह के बाग़ में ये ताज़ा निहाल अच्छ है

%[Kijr sulataan = one of badshah zafar's son; Kaaliq = God]
%[akbar = greatest; sar_sabz = fertile; nihaal = tree]

हमको मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन
दिल के ख़ुश रखने को ग़्हलिब ये ख़याल अच्छ है