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% ghalib30.s isongs output
\stitle{jaur se  baaz aaye  par baaz  aae.n kyaa}
\lyrics{Mirza Ghalib}
\singers{Mirza Ghalib}



जौर से  बाज़ आये  पर बाज़  आएं क्या
कहते हैं हम तुम को मूँह दिखलायें क्या

%[jaur = opression]

रात दिन  गर्दिश  में हैं  सात आस्माँ
हो रहेगा कुछ न कुछ घबरायें क्या

%[gardish = misfortune]

लाग हो तो उस को हम समझें लगाव
जब न हो कुछ भी तो धोका खायेँ क्या

%[laag = love/affection]

हो लिये क्यों नामाबर के साथ-साथ
या रब अपने ख़त को हम पहूँचायें क्या

%[naamaabar = messanger]

मौज-ए-ख़ूँ सर से गुज़र ही क्यों न जाये
आस्तान-ए-यार से उठ जायें क्या

%[mauj = wave; aastaan = abode ]

उम्र भर देखा किये मरने की राह
मर गए पर देखिये दिखलायें क्या

पूछते हैं वो कि "ग़्हलिब" कौन है
कोई बतलाओ कि हम बतलायें क्या