% ghalib37.s isongs output
\stitle{koii ummiid bar nahii.n aatii}
\lyrics{Mirza Ghalib}
\singers{Mirza Ghalib}
कोई उम्मीद बर नहीं आती
कोई सूरत नज़र नहीं आती
मौत का एक दिन मु'अय्याँ है
नींद क्यों रात भर नहीं आती
%[mu'ayyaa.N = definite]
आगे आती थी हाल-ए-दिल पे हँसी
अब किसी बात पर नहीं आती
जानता हूँ सवाब-ए-ता'अत-ओ-ज़हद
पर तबीयत इधर नहीं आती
%[savaab = reward of good deeds in next life, taa'at = devotion,
ज़हद = रेलिगिओउस देएद्स]
है कुछ ऐसी ही बात जो चुप हूँ
वर्न क्या बात कर नहीं आती
क्यों न चीख़ूँ कि याद करते हैं
मेरी आवाज़ गर नहीं आती
दाग़-ए-दिलगर्नज़र नहीं आत
बू भी ऐ चारागर नहीं आती
%[chaaraagar = healer/doctor ]
हम वहाँ हैं जहाँ से हम को भी
कुछ हमारी ख़बर नहीं आती
मरते हैं आरज़ू में मरने की
मौत आती है पर नहीं आती
काबा किस मूँह से जाओगे 'ग़्हलिब'
शर्म तुमको मगर नहींआती