% ghalib53.s isongs output
\stitle{sab kahaa.N kuchh laalaa-o-gul me.n numaayaa.N ho gaii.n}
\lyrics{Mirza Ghalib}
\singers{Mirza Ghalib}
सब कहाँ कुछ लाला-ओ-गुल में नुमायाँ हो गैइं
ख़ाक में क्या सूरतें होंगी कि पिन्हाँ हो गैइं
याद थी हमको भी रंगा रंग बज़्माराईयाँ
लेकिन अब नक़्श-ओ-निगार-ए-ताक़-ए-निसियाँ हो गैइं
%[ra.ngaa ra.ng bazmaaraaiiyaa.N = decorations]
%[naqsh-o-nigaar = flowery decorations; taaq-e-nisiyaa.N = forgotten shelf]
थीं बनातुन्नाश-ए-गर्दूँ दिन को पर्दे में निहाँ
शब को उनके जी में क्या आई कि उरियाँ हो गैइं
%[banaatunnaash-e-garduu.N = the stars comprising the big Dipper; uriyaa.N = nude]
क़ैद में याक़ूब ने ली गो न यूसुफ़ की ख़बर
लेकिन आँखें रौज़न-ए-दीवार-ए-ज़िंदाँ हो गैइं
%[rauzan = hole; zi.ndaa.N = prison]
सब रक़ीबों से हों नाख़ुश, पर ज़नान-ए-मिस्र से
है ज़ुलैख़ा ख़ुश के मह्व-ए-माह-ए-कनाँ हो गैइं
%[misr = Egypt]
%[mahv-e-maah-e-kanaa.N = enraptured by the moon of Egypt (here denotes yusuf)]
जू-ए-ख़ूँ आँखों से बहने दो कि है शाम-ए-फ़िराक़
मैं ये समझूँगा के शमएं हो फ़रोज़ाँ हो गैइं
%[juu-e-Kuu.N = flow of blood]
इन परीज़ादों से लेंगे ख़ुळ में हम इन्तक़ाम
क़ुदरत-ए-हक़ से यही हूरें अगर वाँ हो गैइं
नींद उसकी है, दिमाग़ उसका है, रातें उसकी हैं
तेरी ज़ुल्फ़ें जिसके बाज़ू पर परिशाँ हो गैइं
मैं चमन में क्या गया, गोया दबिस्ताँ खुल गया
बुल-बुलें सुन कर मेरे नाले, ग़ज़ल्ख़्वाँ हो गैइं
%[dabistaa.N = school; naale = lament; Gazal_Kvaa.N = poetic]
वो निगाहें क्यूँ हुई जाती हैं यारब दिल के पार
जो मेरी कोताही-ए-क़िस्मत से मिज़्श्गाँ हो गैइं
%[kotaahii-e-qismat = lack for fortune; mizshgaa.N = eyelids]
बस कि रोका मैं ने और सीने में उभरें पै ब पै
मेरी आहें बख़िया-ए-चाक-ए-गरीबाँ हो गैइं
%[baKiyaa = a stitching pattern]
वाँ गया भी मैं तो उनकी गालियों का क्या जवाब
याद थी जितनी दुआएं, सर्फ़-ए-दर्बाँ हो गैइं
जाँफ़िज़ा है बादा, जिसके हाथ में जाम आ गया
सब लकीरें हाथ की गोया रग-ए-जाँ हो गैइं
%[jaa.Nfizaa = life-giving; baadaa = liquor]
हम मुवहिहद हैं, हमारा केश है तर्क-ए-रूसूम
मिल्लतें जब मिट गैइं, अज्ज़ा-ए-ईमाँ हो गैइं
%[muvahihad = believer in one God; kesh = religion]
%[tark-e-ruusuum = departure from traditional practices]
%[millate.n = community; ajzaa-e-iimaa.N = part of religion]
रंज से ख़ूगर हुआ इन्साँ तो मिट जाता है रंज
मुश्किलें मुझ पर पड़ि इतनी के आसाँ हो गैइं
%[Kuugar = used to]
यूँ ही गर रोता रहा 'ग़्हलिब', तो अए अह्ल-ए-जहाँ
देखना इन बस्तियों को तुम कि वीराँ हो गैइं