% ghalib77.s isongs output
\stitle{hu_ii taaKhiir to kuchh baa_is-e-taaKhiir bhii thaa}
\lyrics{Mirza Ghalib}
\singers{Mirza Ghalib}
हुई ताख़ीर तो कुछ बाइस-ए-ताख़ीर भी था
आप आते थे मगर कोई इनाँगीर न था
%[inaa.Ngiir = one who holds the reins of a horse]
तुम से बेजा है मुझे अपनी तबाही का गिला
उस में कुछ शाइब-ए-ख़ूबी-ए-तक़दीर भी था
%[bejaa = without reason; shaa_ib = hint(of)]
तू मुझे भूल गया हो तो पता बतला दूँ
कभी फ़ितराक में तेरे कोई नख़्चीर भी था
%[fitaraak = hunter's bag; naKchiir = captured prey]
क़ैद में है तेरे वहशी को वही ज़ुल्फ़ की याद
हाँ कुछ एक रंज-ए-ग़राँबारि-ए-ज़ंजीर भी था
%[vahashii = mad; ra.nj-e-garaa.Nbaari-e-za.njiir = pain due to the weight of the chains]
बिजली कौंद गई आँखों के आगे, तो क्या
बात करते, के मैं लब तश्ना-ए-तक़रीर भी था
%[lab tashnaa-e-taqariir = the voice of thirsty lips]
युसुफ़ उस को कहूँ और कुछ न कहे, ख़ैर हुई
गर बिग.ग़ बैठे तो मैं लायक़-ए-त'ज़ीर भी था
%[laayaaq-e-ta'ziir = deserving of punishment]
देख कर ग़ैर को क्यूँ हो न कलेजा ठंडा
नाला करता था वले तालिब-ए-तासीर भी था
%[taasiir = effect]
पेशे में ऐब नहीं, रखिये न फ़र्हाद को नाम
हम ही आशुफ़्ता-सरों में वो जवाँ 'ंएएर' भी था
हम थे मरने को खड़े पास न आया न सही
आख़िर उस शौख़ के तरकश में कोई तीर भी था
पकड़े जाते हैं फ़रिश्तों के लिखे पर नाहक
आदमी कोई हमारा दम-ए-तहरीर भी था
%[dam-e-tahariir = at the time of writing]
रेख्ता के तुम्हीं उस्ताद नहीं हो "ग़्हलिब"
कहते हैं अगले ज़माने में कोई 'मीर' भी था