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% gulzar06.s isongs output
\stitle{chalo naa bhaTake}
\singers{Gulzar}
% Contributed by Thakur Himanshu Jagatsing



चलो ना भटके
लफ़ंगे कूचों में
लुच्ची गलियों के
चोव्क देखें
सुना है वो लोग
चूस कर जिन को वक़्त ने
रास्तें में फेंका थ
सब यहीं आके बस गये हैं
येह छिलके हैं ज़िंदगी के
इन का अर्क निकालो
कि ज़हर इन का
तुम्हरे जिस्मों में
ज़हर पलते हैं
और जितने वो मार देगा
चलो ना भटके
लफ़ंगे कूच०ं मेइं