% hafeezj01.s isongs output
\stitle{abhii to mai.n javaan huu.N}
\lyrics{Hafeez Jullundhary}
\singers{Hafeez Jullundhary}
अभी तो मैं जवान हूँ
हवा भि ख़ुशगवार है, गुलों पे भी निखार है
तरन्नुमें हज़ार हैं, बहार पुर्बहार है
कहाँ चाला है साक़िया, इधर तो लौट इधर तो आ
अरे ये देखता है क्या, उठा सुबू, सुबू उठा
सुबू उठा पियाला भर, पियाला भर के दे इधर
चमन की सिम्त कर नज़र, समाँ तो देख बेख़बर
वो काली-काली बदलियाँ, उफ़क़ पे हो गई अयाँ
वो इक हजूम-ए-मैकशाँ, है सू-ए-मैकदा रवाँ
ये क्या गुमाँ है बदगुमाँ, समझ न मुझको नातवाँ
ख़याल-ए-ज़ोह्द अभी कहाँ - अभि तो मैं जवान हूँ
%[Kush_gavaar=enjoyable; tarannum=song; purbahaar=in full bloom;]
%[subuu=wine-goblet; simt=directiontowards; ufaq=horizon;]
%[ayaa.N=expressed, evident; hajuum (hujuum)=crowd;]
%[naatavaa.N=helpless, weakling, powerless;]
इबादतों का ज़िक्र है, निजात की भी फ़िक्र है
जुनून है सबाब का, ख़याल है अज़ाब का
मगर सुनो तो शैख़ जी, अजीब शै हैं आप भी
भला शबाब-ओ-आशिक़ी, अलग हुए भी हैं कभी
हसीन जलवारेज़ हों, अदाएँ फ़ितनाख़ेज़ हों
हवाएँ इत्रबेज़ हों, तो शौक़ क्यूँ न तेज़ हों
निगारहा-ए-फ़ितनागर कोइ इधर, कोइ उधर
उभारते हो ऐश पर, तो क्या करे कोई बशर
चलो जी क़िस्सा मुख़्तसर, तुम्हारा नुक्ता-ए-नज़र
दुरुस्त है तो हो, मगर - अभि तो मैं जवान हूँ
%[nijaat=chhuTakaaraa, freedom; junuun=madness, infatuation;]
%[sabaab=desert (?), azaab=troubles;]
%[jalavaarez=present; fitanaaKez=destructive, deadly;]
%[itrabez=fragrant; nigaarahaa-e-fitanagar='adaa' of the destructive person;]
%[ashar=control; muKtasar=complete, finished;]
न ग़म कशूद-ओ-बस्त का, बलंद का न पस्त का
न बूद का न हस्त का, न वादा-ए-अलस्त का
उम्मीद और यास गुम, हवास गुम क़यास गुम
नज़र से आस-पास गुम, हमा बजुज़ गिलास गुम
न मय में कुछ कमी रहे, क़दा से हमदमी रहे
निशस्त ये जमी रहे, यही हमाहमी रहे
वो राग छेड़ मुतरिबा, तरब-फ़िज़ा अलम-रुबा
असर सदा-ए-साज़ का, जिगर में आग दे लगा
हर इक्लब पे हो सदा न हाथ रोक साक़ीया
पिलाए जा पिलाए जा, पिलाए जा पिलाए जा
अभी तो मैं जवान हूँ
%[bala.nd=strong, explicit, clearly evident; past=implicit;]
बूद=फ़ुतुरे; हस्त=थे पस्त; उम्मीद=होपे, यास=विश, देसिरे;]
%[bajuz=without; kadaa=wine-glass; alamrubaa=world alluring;]
ये गश्त कोहसार की, ये सैर जू-ए-वार की
ये बुल्बुलों के चहचहे, येह गुल्रुख़ों के क़ह्क़हे
किसी से मेल हो गया, तो रंज-ओ-फ़िक्र खो गया
कभी जो वक़्त सो गया, ये हँस गया वो रो गया
ये इश्क़ की कहानियाँ, ये रस भरी जवानियाँ
उधर से मेहरबानियाँ, इधर से लन्तरानियाँ
ये आसमान ये ज़मीं, नज़्ज़राहा-ए दिलनशीं
उन्हें हयात आफ़रीं, भला मैं छोड़ दोओँ यहीं
है मौत इस क़दर क़रीं, मुझे न आयेगा यक़ीं
नहीं नहीं अभी नहीं, नहीं नहीं अभी नहीं
अभि तो मैं जवान हूँ
%[kohasaar=veeraanaa; nazzaaraahaa=pl. of nazaaraa;]
%[lantaraaniyaa.n=tempting invitations; dilanashii.n=heart-pleasing;]
%[aafarii.n=mubaarak; barii.n=palpable, tangible;]