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% hali01.s isongs output
\stitle{aage ba.De na qissaa-e-ishq-e-butaa.N se ham}
\lyrics{Altaf Husain Hali}
\singers{Altaf Husain Hali}



आगे बड़े न क़िस्सा-ए-इश्क़-ए-बुताँ से हम
सब कुछ कहा मगर न खुले राज़दाँ से हम

अब भागते हैं साया-ए-इश्क़-ए-बुताँ से हम
कुछ दिल से हैं डरे हुए कुछ आस्माँ से हम

हँसते हैं उसके गिरीया-ए-बेइख़्तियार पर
भूले हैं बात कहके कोई राज़दाँ से हम

अब शौक़ से बिगाड़ की बातें किया करो
कुछ पा गये हैं आप की तर्ज़-ए-बयाँ से हम

जन्नत में तू नहीं अगर ये ज़ख़्म-ए-तेग़-ए-इश्क़
बदलेंगे तुझको ज़िंदगी-ए-जाविदाँ से हम