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\stitle{yaaro mujhe mu'aaf karo mai.n nashe me.n huu.N}
\singers{Hasrat Jaipuri #5}



यारो मुझे मु'आफ़ करो मैं नशे में हूँ
अब थोड़ी दूर साथ चलो मैं नशे में हूँ

जो कुच्च हि कह रहा हूँ नश बोलत है ये
इस का न कुच्च ख़याल करो मैं नशे में हूँ

उस मैकदे की राह मे गिर जौउँ न कहीं
अब मेरा हाथ थाम तो लो मैं नशे में हूँ

मुझको तो अपने घर का पता याद ही नहीं
तुम मेरे आस पास रहो मैं नशे में हूँ

कैसी गुज़र रही है मुहब्बत में ज़िंदगी
"ःअस्रत" कुछ अपन हाल कहो मैं नशे में हूँ