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% hraza01.s isongs output
\stitle{vo sab me.n ham ko baar-e-diigar dekhate rahe}
\singers{Hashim Raza}



वो सब में हम को बार-ए-दीगर देखते रहे
हम उन का इंतख़ाब-ए-नज़र देखते रहे

%[baar-e-digar = second; i.ntaKaab = to choose]

दामन बचाके अश्कों से वो तो निकल गये
हम देर तक ज़मीं पर गुहर देखते रहे

%[guhar = pearl]

हम बेनियाज़ बैठे हुये उन की बज़्म में
औरों की बंदगी का असर देखते रहे

%[beniyaaz = unacknowledged; ba.ndagii = worship]

आई सहर तो और बड़ा बिजलियों का ज़ोर
शब भर हम इंतेज़ार-ए-सहर देखते रहे

%[sahar = dawn; shab = night]

शोलों की ज़द पर सभी थे, किस को पुकरते
हर सिम्त ख़िर्मनों में शरर देखते रहे

%[zad = ; simt = direction; Kirmano.n = fields; sharar = spark]

क्योंकर सँभालते हमें वो नाख़ुदा जो ख़ुद
साहिल की आफ़ियत से भँवर देखते रहे

%[naaKudaa = boatsman; saahil = river-side; aafiyat = security/safety]

मंज़िल की धुन में आबलापा चल खड़े हुये
और शह-सवार गर्द-ए-सफ़र देखते रहे

%[aabalaa_paa = wounded /blistered feet; gard = dust]