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% iarif02.s isongs output
\stitle{dayaar-e-nuur me.n teraa shabo.n kaa saathii ho}
\lyrics{Iftikhar Arif}
\singers{Iftikhar Arif}



दयार-ए-नूर में तेरा शबों का साथी हो
कोई तो हो जो मेरी वहशतों का साथी हो

मैं उस से झूठ भी बोलूँ तो मुझसे सच बोले
मेरे मिज़ाज के सब मौसमों का साथी हो

वो मेरे नाम की निस्बत से मो'अतबर ठहरे
गली गली मेरी रुस्वाईयों का साथी हो

%[mo'atabar = trustworthy]

मैं उस के हाथ न आऊँ वो मेरा होके रहे
मैं गिर पड़ूँ तो मेरी पस्तियों का साथी हो

वो खाब देखे तो देखे मेरे हवाले से
मेरे ख़यालों के सब मंज़रों का साथी हो