% iftikharimam01.s isongs output
\stitle{tuu nahii.n to zi.ndagii mai.n aur kyaa rah jaayegaa}
\lyrics{Iftikhar Imam Siddiqui}
\singers{Iftikhar Imam Siddiqui}
तू नहीं तो ज़िंदगी मैं और क्या रह जायेगा
दूर तक तनहाईयों का सिलसिला रह जायेगा
कीजिये क्या गुफ़्तगू क्या उन से मिल कर सोचिये
दिल-शिकस्ता ख़्वाहिशों का ज़ायक़ा रह जायेगा
दर्द की सरी तहें और सारे गुज़रे हादसे
सब धुआँ हो जाएंगे एक वाक़िया रह जायेगा
ये भी होगा वो मुझे दिल से भुला देगा मगर
यूँ भी होगा ख़ुद उसी में एक ख़ला रह जायेगा
%[Kalaa = vacuum]
दायर-ए-इन्कार के इक़रार की सरगोशियाँ
ये अगर टूटे कभी तो फ़ासला रह जायेगा
%[daayaraa = circle; saragoshiyaa.N = whispers]