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\stitle{Khayaal kiijiye kyaa kaam aaj mai.n ne kiyaa}
\lyrics{Insha}
\singers{Insha}



ख़याल कीजिये क्या काम आज मैं ने किया
जब उन्ने दी मुझे गाली सलाम मैं ने किया

कहा ये सब्र ने दिल से के लो ख़ुदाहाफ़ीज़
के हक़-ए-बंदगी अपना तमाम मैं ने किया

झिड़क के कहने लगे लब चले बहुत अब तुम
कभी जो भूल के उनसे कलाम मैं ने किया

हवस ये रह गैइ साहिब ने पर कभी न कहा
के आज से तुझे "ईन्श" ग़ुलाम मैं ने किया