% insha03.s isongs output
\stitle{kamar baa.Ndhe huye chalane pe yaa.N sab yaar baiThe hai.n}
\singers{Insha Allah Khan Insha}
कमर बाँधे हुये चलने पे याँ सब यार बैठे हैं
बहुत आगे गये, बाक़ी जो हैं तय्यार बैठे हैं
न छेड़ ऐ निकहत बाद-ए-बहारी, राह लग अपनी
तुझे अठखेलियाँ सूझी हैं, हम बेज़ार बैठे हैं
%[nikahat = fragnance; baad = wind; ]
ख़याल उन का परे है अर्श-ए-आज़म से कहीं साक़ी
गरज़ कुछ और धुन में इस घड़ी मैख़्वार बैठे हैं
बसाने नक़्श-ए-पा-ए-रहरवाँ कू-ए-तमन्ना में
नहीं उठने की ताक़त क्या करें लाचार बैठे हैं
(ळिके थे फ़ोओत्प्रिन्त ओफ़ थे त्रवेल्लेर इन थे लने ओफ़ लोवे
ई हवे लोस्त थे स्त्रेन्ग्थ तो रैसे म्य्सेल्फ़, थे विल्ल तो मके अ मोवे)
कहें हैं सब्र किस को आह नंग-ओ-नाम है क्या शै
गरज़ रो पीटकर इन सब को हम यकबार बैठे हैं
(ठे विर्तुएस थेय चल्ल पतिएन्चे, फ़मे अन्द होनोउर, अन्द स्त्रेन्ग्थ ओफ़ मिन्द
ई हवे वेप्त अन्द बेअत म्य हेअद फ़ोर थेम, अन्द नोव ई सित रेसिग्नेद)
कहीं बोसे की मत जुर्रत दिला! कर बैठियो उन से
अभी इस हद को वो कैफ़ी नहीं होशियार बैठे हैं
%[bosaa = kiss; dilaa = O heart]
(ऑ हेअर्त! फ़ोर्बेअर तो किस्स हेर ओन हेर लिप्स, फ़ोर शे इस नोत रेअद्य
शे हस नोत द्रुन्क एनोउघ तो मके हेर फ़ेएल अ बुत उन्स्तेअद्य)
नजीबों का अजब कुछ हाल है इस दौर में यारों
जिसे पूछो यही कहते हैं हम बेकार बैठे हैं
%[najiib = noblemen; daur = age]
नई यह वज़ा शर्माने की सीखी आज है तुम ने
हमारे पास साहब वर्ना यूँ सौ बार बैठे हैं
%[vazaa = way]
(टोदय योउ हवे लेअर्न्त अनोथेर वय ओफ़ बेइन्ग श्य म्य देअर
ईत इस नोत थे फ़िर्स्त तिमे योउ हवे सत बेसिदे मे हेरे)
कहाँ गर्दिश फ़लक की चैन देती है सुना 'ईन्श'
ग़नीमत है कि हम-सूरत यहाँ दो चार बैठे हैं
(Sओ तेल्ल मे, ईन्श, व्हेरे तो रेस्त, व्हिच वय दोएस म्य फ़ोर्तुने बेन्द
ई अम थन्क्फ़ुल थत अत लेअस्त ई स्तिल्ल हवे ओने ओर त्वो गोओद फ़्रिएन्द्स)