% iqbal02.s isongs output
\stitle{tuu abhii rahaguzar me.n hai qaid-e-makaam se guzar}
\lyrics{Allama Iqbal}
\singers{Allama Iqbal}
तू अभी रहगुज़र में है क़ैद-ए-मकाम से गुज़र
मिस्र-ओ-हिजाज़ से गुज़र, पारेस-ओ-शाम से गुज़र
%[misr = Egypt; paares = Paris]
जिस का अमाल है बे-गरज़, उस की जज़ा कुछ और है
हूर-ओ-ख़याम से गुज़र, बादा-ओ-जाम से गुज़र
गर्चे है दिल्कुशा बहोत हुस्न-ए-फ़िरंग की बहार
तायरेक बुलंद बाल दाना-ओ-दाम से गुज़र
कोह शिग़ाफ़ तेरी ज़रब तुझसे कुशाद शर्क़-ओ-ग़रब
तेज़े-हिलाहल की तरह ऐश-ओ-नयाम से गुज़र
तेरा इमाम बे-हुज़ूर, तेरी नमाज़ बे-सुरूर
ऐसी नमज़ से गुज़र, ऐसे इमाम से गुज़र